बाजार में इलेक्ट्रिक स्कूटर्स का क्रेज पहले जितना नहीं रहा। जो मॉडल्स कभी धड़ल्ले से बिक रहे थे, अब उनकी हालत कुछ ऐसी हो गई है कि लोग पूछने तक नहीं आ रहे। इसकी वजहें भी कम नहीं हैं—कहीं बैटरी की समस्या तो कहीं चार्जिंग नेटवर्क का अभाव। ऐसे में अगर आप भी एक इलेक्ट्रिक स्कूटर खरीदने का सोच रहे हैं, तो ज़रूरी है कि पहले इन परेशानियों पर गौर करें, ताकि बाद में पछताना न पड़े।
मुंह के बल गिरी ये Electric Scooters, जानें क्या है असली वजह
इलेक्ट्रिक स्कूटर्स का क्रेज क्यों घट रहा है?
कुछ समय पहले तक इलेक्ट्रिक स्कूटर्स का बाजार तेजी से बढ़ रहा था। हर कोई इन्हें खरीदने की होड़ में था। लेकिन अब हालात बदल चुके हैं। अक्टूबर से नवंबर के बीच अधिकतर कंपनियों की बिक्री में भारी गिरावट दर्ज की गई है। उदाहरण के लिए, ओला इलेक्ट्रिक की बिक्री में 30% की कमी आई, जबकि बजाज ऑटो ने 35% तक गिरावट झेली। इसका मुख्य कारण है बैटरी की समस्याएं, चार्जिंग की कमी और भरोसे की कमी।
बैटरी और चार्जिंग की समस्याएं
ग्राहकों के बीच सबसे बड़ी चिंता बैटरी की गुणवत्ता और चार्जिंग इंफ्रास्ट्रक्चर की कमी को लेकर है। कई जगह चार्जिंग स्टेशनों की अनुपलब्धता के कारण लोग इलेक्ट्रिक स्कूटर्स खरीदने से कतराने लगे हैं। चार्जिंग में लगने वाला समय भी एक बड़ी परेशानी बन गया है। इन समस्याओं के कारण, ग्राहक पेट्रोल गाड़ियां ही खरीदना बेहतर समझ रहे हैं।
आंकड़े जो बताते हैं गिरावट की कहानी
बिक्री के आंकड़ों पर नज़र डालें तो नवंबर में ओला इलेक्ट्रिक ने केवल 29,191 यूनिट्स बेचीं, जबकि अक्टूबर में यह संख्या 41,775 थी। इसी तरह, एथर एनर्जी की बिक्री में 21% की गिरावट आई। हालांकि, कुछ कंपनियां जैसे रिवोल्ट इंटेलिकॉर्प ने 109% की बढ़त दर्ज की, लेकिन उनकी बाजार हिस्सेदारी अभी भी केवल 2% है।
क्या आपको इलेक्ट्रिक स्कूटर खरीदना चाहिए?
अगर आप इलेक्ट्रिक स्कूटर खरीदने की सोच रहे हैं, तो पहले बाजार की स्थिति को ध्यान से समझें। चार्जिंग इंफ्रास्ट्रक्चर, बैटरी की विश्वसनीयता के साथ – साथ दुबारा नया लगवाने में खर्च और बिक्री के आंकड़ों पर गौर करें। अगर आपके इलाके में चार्जिंग स्टेशन की सुविधा नहीं है, तो यह निवेश आपके लिए घाटे का सौदा साबित हो सकता है। सही फैसला लेने के लिए बाजार की वर्तमान स्थिति पर नजर रखना जरूरी है।