सर्दियों में रूम हीटर का इस्तेमाल करना आरामदायक तो लगता है, लेकिन क्या आप जानते हैं कि इसका ज्यादा उपयोग आपकी सेहत के लिए हानिकारक हो सकता है? रूम हीटर हवा को सूखा करता है और इससे आपके फेफड़ों पर दबाव पड़ सकता है, जिससे सांस संबंधी समस्याएं हो सकती हैं। इसीलिए, यदि आप रूम हीटर का इस्तेमाल करते हैं तो सावधान रहें, वरना आने वाले समय में यह आपकी सेहत को नुकसान पहुंचा सकता है। तो आइए जानते है, विस्तार से।
रूम हीटर के प्रमुख प्रकार
आजकल बाजार में कई तरह के रूम हीटर उपलब्ध हैं, जो विभिन्न जरूरतों और बजट के हिसाब से होते हैं।
- फैन हीटर – ये हवा को गरम करते हैं और कमरे में जल्दी तापमान बढ़ाते हैं।
- ऑयल फिन हीटर – यह तेल से गर्म होते हैं और लंबे समय तक कमरे में गर्माहट बनाए रखते हैं।
- सिरामिक हीटर – यह कम बिजली का उपयोग करते हुए, तेजी से गर्मी प्रदान करते हैं।
- इन्फ्रारेड हीटर – यह सीधे शरीर को गर्म करते हैं, जिससे कमरे का तापमान जल्दी नहीं बढ़ता लेकिन व्यक्ति को आरामदायक गर्मी मिलती है।
- टूटन हीटर – यह पानी के भीतर तेल की गर्मी का उपयोग करते हैं और बहुत प्रभावी होते हैं।
सबसे हानिकारक रूम हीटर: फैन हीटर
सबसे हानिकारक रूम हीटर: फैन हीटर वह होते हैं जो convection की प्रक्रिया द्वारा काम करते हैं, और यह हीटर सबसे ज्यादा बिकते हैं। इसका कारण यह है कि ये सस्ते होते हैं और आसानी से उपलब्ध हो जाते हैं। लेकिन, इनका इस्तेमाल करने से कुछ गंभीर समस्याएं हो सकती हैं, जिनके बारे में हम आगे चर्चा करेंगे।
फैन हीटर, जो हवा को गर्म करके कमरे में फैलाते हैं, सबसे हानिकारक हो सकते हैं अगर इनका उपयोग गलत तरीके से किया जाए। ये हीटर हवा को सूखा करते हैं, जिससे कमरे की नमी कम हो जाती है। इसके परिणामस्वरूप, सूखी हवा हमारी त्वचा और श्वसन प्रणाली पर नकारात्मक प्रभाव डाल सकती है। खासकर अगर आप इनका लंबे समय तक उपयोग करते हैं, तो ये आपके गले और नाक को सूखा कर सकते हैं, जिससे सांस लेने में समस्या हो सकती है।
इसके अलावा, जब फैन हीटर का लगातार इस्तेमाल होता है, तो यह धूल और एलर्जन्स को हवा में घुमा सकता है, जिससे एलर्जी और सांस की समस्याएं पैदा हो सकती हैं। अगर हवा में नमी नहीं रहती तो यह फेफड़ों पर भी दबाव डाल सकता है, जो सांस संबंधी बीमारियों का कारण बन सकता है। इस कारण, यदि आप फैन हीटर का उपयोग कर रहे हैं, तो आग बताए गए बातों का ध्यान रखें।
फैन हीटर को सही तरीके से इस्तेमाल करने के टिप्स
- कमरे में हवा का संचालन ठीक रखें: कंवेक्शन हीटर हवा को सूखा कर सकते हैं, जो श्वसन समस्याओं को बढ़ा सकते हैं। इसलिए कमरे में ताजी हवा आने के लिए खिड़की थोड़ी खोलें या एयर प्यूरीफायर का इस्तेमाल करें।
- ह्यूमिडिफायर का इस्तेमाल करें: हीटर से हवा सूखने पर उसे कम करने के लिए ह्यूमिडिफायर का इस्तेमाल करें। यह हवा में नमी बनाए रखने में मदद करता है, जिससे गले और फेफड़ों को आराम मिलता है।
- हीटर से उचित दूरी बनाए रखें: श्वसन समस्याओं वाले लोगों को हीटर के बहुत पास नहीं बैठना चाहिए, क्योंकि गर्म हवा से श्वास की नलिकाओं में जलन हो सकती है। हीटर से थोड़ी दूरी पर बैठें।
- हीटर का इस्तेमाल सीमित रखें: हीटर का इस्तेमाल सिर्फ थोड़ी देर के लिए करें। अधिक समय तक हीटर चलाने से हवा बहुत गर्म और सूखी हो सकती है, जो श्वसन समस्याओं को बढ़ा सकती है।
- हवा की गुणवत्ता पर ध्यान दें: अगर संभव हो तो कमरे में हवा की गुणवत्ता को मापने के लिए एक मॉनिटर का उपयोग करें। हीटर को नियमित रूप से साफ करें ताकि धूल जमा न हो, जो श्वसन समस्याओं को और बढ़ा सकती है।
- एयर प्यूरीफायर वाला हीटर चुनें: कुछ कंवेक्शन हीटर में एयर प्यूरीफायर भी होते हैं, जो हवा से धूल और एलर्जेन्स को साफ करते हैं। इस तरह के हीटर का इस्तेमाल करना सुरक्षित हो सकता है।
- हीटर को बहुत ज्यादा गरम न करें: हीटर को कम या मध्यम गर्मी पर चलाएं। बहुत ज्यादा गर्मी से श्वसन समस्याएं बढ़ सकती हैं, खासकर अस्थमा और ब्रोंकाइटिस जैसे रोगों में।
- पानी पीते रहें: सूखी हवा से शरीर में पानी की कमी हो सकती है, जो श्वसन समस्याओं को और बढ़ा सकती है। इसलिए पानी पीते रहें ताकि आपके फेफड़े ठीक से काम करें।