अब ई-वाहन के चार्जिंग का टेंशन खत्म! हमारी सरकार इन ग्रामीण क्षेत्रों में व हाइवे पर लगाएगी चार्जिंग स्टेशन

इलेक्ट्रिक वाहन के मालिकों के लिए बहुत बड़ी खुसखबरी! चाहे आपके पास बिजली से चलनी वाली स्कूटर, कार, बस या ट्रक क्यों न हो अब चार्जिंग का टेंशन खत्म। क्योंकि उत्तर प्रदेश सरकार EV को लेकर बहुत बड़ी क्रांति लाने जा रही है ताकि प्रदेश में इलेक्ट्रिक परिवहन को बढ़ावा दिया जा सके।

अक्सर इलेक्ट्रिक वाहन को घर से ही चार्ज करके निकलना पड़ता है क्योंकि जिस तरह हमे पेट्रोल पम्प मिल जाते है उस तरह EV चार्जिंग स्टेशन नहीं। तो आइए सरकार की प्लैनिंग को विस्तार से जानते है।

चार्जिंग स्टेशन का बिछेगा जाल

यूपी रेन्युवेबल एंड ईवी-इन्फ्रास्ट्रक्चर लिमिटेड (UPREV) के माध्यम से नैशनल हाइवे, एक्स्प्रेस-वे के साथ शहर व ग्रामीण क्षेत्र की अन्य प्रमुख सड़कों के किनारे पर इवी चार्जिंग स्टेशन लगाया जाएगा। आपको बता दे की बिजली विभाग के अधीन बनाई गई इस कंपनी का प्रबंद निदेशक यूपीनेडा के MD अनुपम शुक्ला को बनाया गया है। उत्तर प्रदेश सरकार ने इलेक्ट्रिक व्हीकल चार्जिंग स्टेशनो की स्थापना के लिए UPREV को नोडल एजेंसी नामित किया है।

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चार्जिंग स्टेशनो का डेवलपमेंट

यह काम बहुत पड़े पैमाने पर होने वाला है। ऐसे में कोई बाजार का बड़ा प्लेयर चाहिए जिसके पास अच्छा खासा अनुभव हो। तो ऐसे मने प्रदेश सरकार ने उत्तर प्रदेश पावर कॉर्पोरेशन और सहयोगी बिजली कंपनीयो को यह काम सौंपा है। क्योंकि इनके पास पूरे प्रदेश में बड़ी संख्या में जमीन के साथ ही इलेक्ट्रिक इन्फ्रास्ट्रक्चर मौजूद है। अब आने वाले समय में यही कंपनी डेवलपमेंट के साथ – साथ रखरखाव का काम करने वाली है।

हाइवे पर चार्जिंग स्टेशन

राज्य सरकार ने यह भी घोषणा की है कि प्रमुख हाइवे और राष्ट्रीय मार्गों पर चार्जिंग स्टेशन स्थापित किए जाएंगे। इससे लम्बी दूरी तय करने वाले ई-वाहन चालकों के लिए भी चार्जिंग की समस्या खत्म हो जाएगी। खासकर उन यात्रियों के लिए, जो बड़े शहरों से यात्रा कर ग्रामीण या अन्य दूरस्थ क्षेत्रों की ओर जा रहे होते हैं, हाइवे पर चार्जिंग स्टेशनों की उपलब्धता उनकी यात्रा को बिना किसी बाधा के पूरा करने में मदद करेगी।

सरकार की पहल

उत्तर प्रदेश सरकार की इस पहल से कई फायदे होंगे। सबसे पहले, यह राज्य में पर्यावरण प्रदूषण को कम करने में मदद करेगा, क्योंकि पेट्रोल और डीजल वाहनों के मुकाबले ई-वाहन अधिक पर्यावरण अनुकूल होते हैं। दूसरा, इससे ग्रामीण और शहरी दोनों क्षेत्रों में ई-वाहनों की मांग बढ़ेगी, जिससे लोगों का ईंधन खर्च भी कम होगा।

रोजगार के अवसर

चार्जिंग स्टेशन की स्थापना से रोजगार के नए अवसर भी पैदा होंगे। चार्जिंग स्टेशनों के संचालन और रखरखाव के लिए कुशल जनशक्ति की आवश्यकता होगी, जिससे स्थानीय युवाओं को भी रोजगार मिलने की संभावना है।

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