अब वाहन चालकों की जेब पर पड़ेगा नया बोझ। जल्द ही भारत के बड़े शहरों में लागू होने वाला है Congestion Tax, जो लंदन जैसे मेट्रोपोलिटन शहरों की तर्ज पर ट्रैफिक कम करने के लिए लाया जा रहा है। अगर आप भी अपने वाहन से रोज सफर करते हैं, तो ये खबर आपके लिए अहम है। नए नियम के तहत तय इलाकों में गाड़ी लेकर जाने पर अतिरिक्त टैक्स चुकाना होगा। इससे न सिर्फ आपकी राइड महंगी पड़ेगी, बल्कि ट्रैफिक से निपटने का तरीका भी बदल जाएगा। किन वाहनों पर यह टैक्स लागू होगा, किस राज्य में लागू होगा और आप इससे कैसे बच सकते हैं? जानिए पूरी जानकारी आगे।
दिल्ली की सड़कों पर लग सकता है – Congestion Tax Delhi
राजधानी में बढ़ती ट्रैफिक समस्या और प्रदूषण से निपटने के लिए सरकार Congestion Tax लागू करने की योजना बना रही है। यह नया टैक्स उन वाहनों पर लागू होगा, जो अन्य राज्यों से दिल्ली में प्रवेश करते हैं। इसका उद्देश्य भीड़भाड़ कम करना और सड़कों को सुगम बनाना है।
किन वाहनों पर लगेगा यह नया टैक्स?
दिल्ली में पंजीकृत वाहनों को इस टैक्स से राहत दी जाएगी। लेकिन अन्य राज्यों से आने वाली पेट्रोल और डीजल गाड़ियां इस टैक्स के दायरे में आएंगी। यह नियम केवल सुबह 8-10 बजे और शाम 5:30-7:30 बजे के बीच लागू रहेगा, जब ट्रैफिक का दबाव सबसे ज्यादा होता है। राजधानी में 13 एंट्री पॉइंट्स पर टैक्स वसूला जाएगा।
कौन-कौन से वाहनों को मिलेगी छूट?
टैक्स वसूली से दो-पहिया वाहन और इलेक्ट्रिक गाड़ियां पूरी तरह छूट में रहेंगी, चाहे वे किसी भी राज्य से आएं। इसका मकसद इलेक्ट्रिक वाहनों को प्रोत्साहन देना है ताकि लोग हरित विकल्पों को अपनाएं और प्रदूषण कम हो।
Fastag के जरिए होगी टैक्स की वसूली
सरकार Fastag के जरिए यह टैक्स वसूलने पर विचार कर रही है। इससे एंट्री पॉइंट्स पर वाहनों को रोके बिना स्वचालित तरीके से टैक्स कट सकेगा, जिससे जाम की समस्या से भी राहत मिलेगी। सभी वाहनों को रोककर टैक्स लेना ट्रैफिक को और बिगाड़ सकता है, जिसे Fastag से टाला जा सकेगा।
जाम और प्रदूषण से मिलेगी राहत
दिल्ली की सड़कों पर हर दिन वाहनों की संख्या तेजी से बढ़ती जा रही है, जिससे कई जगहों पर भारी ट्रैफिक जाम लग जाता है। पुल, एलिवेटेड रोड और यू-टर्न जैसी सुविधाओं के बावजूद जाम से बचना मुश्किल हो रहा है। इस भीड़ का असर न सिर्फ लोगों के समय बल्कि स्वास्थ्य और पर्यावरण पर भी पड़ता है। Congestion Tax के लागू होने से न सिर्फ ट्रैफिक की स्थिति सुधरेगी, बल्कि प्रदूषण में भी कमी आने की उम्मीद है।