रात हो या दिन, हाईवे पर गाड़ी अचानक बिगड़ जाना एक बड़ा संकट हो सकता है। ऐसे में घबराने की जरूरत नहीं है। इमरजेंसी में सही जानकारी और ठोस कदम उठाकर आप खुद को और अपने परिवार को सुरक्षित रख सकते हैं। चाहे आपके पास कोई साधन हो या नहीं, कुछ आसान उपाय हैं जो आपको मदद दिलाने में काम आएंगे।
इस लेख में हम आपको बताएंगे कि जब गाड़ी खराब हो जाए, तो आपको क्या करना चाहिए और किस नंबर पर कॉल करके आप तुरंत सहायता प्राप्त कर सकते हैं। आगे पढ़ें, ताकि आप कभी भी इस स्थिति का सामना करने के लिए पूरी तरह तैयार रहें।
NHAI हेल्पलाइन नंबर: ध्यान रखें ये जरूरी जानकारी
जब आप राष्ट्रीय हाईवे या एक्सप्रेसवे पर सफर कर रहे हों, तो यह जानना बहुत जरूरी है कि किसी भी समस्या के समय आपको क्या करना चाहिए। अगर आपकी गाड़ी का फ्यूल खत्म हो जाए, गाड़ी रुक जाए, या फिर कोई दुर्घटना हो जाए, तो आप तुरंत हेल्पलाइन नंबर 1033 पर कॉल कर सकते हैं।
इस नंबर पर संपर्क करते समय, आपको अपनी लोकेशन और नाम बताना होगा। इसके बाद, आपके पास टोइंग वैन भेजी जाएगी, जो आपकी गाड़ी को नजदीकी गैरेज तक पहुंचाने में मदद करेगी।
दुर्घटना होने पर, टोल प्लाजा की एंबुलेंस भी जल्दी ही आपको प्राथमिक उपचार देने के लिए पहुंचेगी और आपको अस्पताल ले जाने का इंतजाम करेगी।
नई कार के साथ मिले फायदे
अगर आपने हाल ही में नई गाड़ी खरीदी है या खरीदने की सोच रहे हैं, तो यह जानना महत्वपूर्ण है कि कई कंपनियां नई कार पर रोड साइड असिस्टेंस की सुविधा देती हैं। शोरूम से कार खरीदते समय, आप सेल्समैन से यह जरूर पूछें कि आपको कितने सालों के लिए यह सेवा मिलेगी।
इससे अगर आपकी गाड़ी कहीं खराब हो जाती है, तो उसे नजदीकी गैरेज तक पहुंचाने में मदद मिलेगी। साथ ही, जब आप कार इंश्योरेंस खरीदें, तो उसमें रोडसाइड असिस्टेंस ऐड-ऑन करना न भूलें। यह आपको दुर्घटनाओं के बाद होने वाले खर्चों से बचाएगा और आपकी यात्रा को सुरक्षित बनाएगा।
निष्कर्ष
हाईवे पर गाड़ी खराब होना एक गंभीर स्थिति हो सकती है, लेकिन सही जानकारी और कदम उठाकर आप सुरक्षित रह सकते हैं। NHAI हेल्पलाइन नंबर 1033 पर कॉल करके तुरंत मदद प्राप्त की जा सकती है। नई गाड़ी खरीदते समय रोड साइड असिस्टेंस की जानकारी लेना न भूलें, क्योंकि यह आपको संकट के समय में सहारा देगी। कार इंश्योरेंस में इस सुविधा को शामिल करना भी जरूरी है, जिससे आप दुर्घटनाओं के खर्चों से बच सकें। हमेशा तैयार रहना ही सबसे बेहतर उपाय है।