इस फेस्टिव सीजन में iVOOMi आपके लिए लेकर आया है जबरदस्त ऑफर। 140 किलोमीटर की शानदार रेंज वाले इन इलेक्ट्रिक स्कूटर्स पर मिल रही है 10,000 रुपये तक की बचत। और यह सब बिना किसी डाउन पेमेंट और 0% ब्याज दर के साथ। अगर आप किफायती और पर्यावरण के अनुकूल स्कूटर की तलाश में हैं, तो ये मौका बिल्कुल भी मिस न करें और जाने पूरी जानकारी।
iVOOMi इलेक्ट्रिक स्कूटर्स पर फेस्टिव ऑफर्स – 10,000 रुपये तक की छूट
त्योहारों के सीजन में इलेक्ट्रिक वाहन निर्माता iVOOMi अपने प्रमुख मॉडल्स पर आकर्षक छूट लेकर आया है। कंपनी अपने बेहतरीन स्कूटर्स पर 10,000 रुपये तक की छूट दे रही है, जो इस फेस्टिवल के मौके पर ग्राहकों के लिए एक बेहतरीन अवसर है। इसके साथ ही, iVOOMi ने विभिन्न वित्तीय संस्थाओं के साथ साझेदारी कर आकर्षक लोन विकल्प भी उपलब्ध कराए हैं, जिससे ग्राहक बिना किसी भारी निवेश के अपने पसंदीदा स्कूटर खरीद सकते हैं।
लोन विकल्प और बिना ब्याज वाली EMI
iVOOMi ने अपने ग्राहकों के लिए बिना डाउन पेमेंट और 0% ब्याज दर पर लोन की सुविधा दी है। इसका मतलब है कि ग्राहक स्कूटर खरीदते समय कोई शुरुआती भुगतान नहीं करेंगे और उन्हें केवल लोन की मूल राशि चुकानी होगी। इसके अलावा, EMI की शुरुआत मात्र 1,411 रुपये प्रति महीने से होगी, जिससे यह और भी किफायती हो जाएगा।
फेस्टिव सीजन में मिलेंगी ये विशेष छूटें
iVOOMi के सबसे लोकप्रिय मॉडल्स पर ये खास छूट दी जा रही है। Jeet X ZE मॉडल पर 10,000 रुपये तक की छूट मिल रही है, जबकि S1 सीरीज पर 5,000 रुपये की छूट दी जा रही है। ये ऑफर्स सभी iVOOMi डीलरशिप्स पर उपलब्ध हैं और इस खास सीजन में लिमिटेड समय तक ही मान्य हैं। इस छूट का लाभ लेने के लिए ग्राहक मध्य नवंबर तक iVOOMi डीलरशिप्स पर जाकर स्कूटर्स खरीद सकते हैं।
iVOOMi स्कूटर्स की विशेषताएँ
iVOOMi के Jeet X ZE मॉडल की बैटरी तीसरी पीढ़ी की IP67 डस्ट और वाटर रेसिस्टेंट टेक्नोलॉजी से लैस है, जो इसे 140 किलोमीटर तक का रेंज देती है। वहीं, S1 सीरीज विशेष रूप से शहरी क्षेत्रों के लिए डिजाइन की गई है, जिससे यह शहर में सफर करने के लिए एक बेहतरीन विकल्प है।
कंपनी के सीईओ अश्विन भंडारी का कहना है, “हमारा मकसद हमेशा से लोगों को किफायती और टिकाऊ परिवहन समाधान देना रहा है। इस फेस्टिव सीजन में हम अपने ग्राहकों के लिए इसे और भी आसान बना रहे हैं, ताकि वे हमारे इलेक्ट्रिक वाहनों का आनंद ले सकें और भविष्य की परिवहन सुविधाओं का हिस्सा बन सकें।”